
नीमच 16 मई 2025, जल संसाधन कार्यपालन यंत्री श्री विमल श्रीवास्तव ने बताया, कि जीरन तालाब में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत गहरीकरण हेतु विभाग से अनुमति प्रदान की गई है। मिट्टी खुदाई का कार्य तालाब की पाल से 500 मीटर से अधिक दूरी पर किया जा रहा है। इतनी दूरी पर मिट्टी खुदाई करने से बांध की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है। तालाब का गहरीकरण करने से बांध की क्षमता में वृद्धि होगी, जिससे किसानों को निस्तार एवं पेयजल हेतु अधिक जल उपलब्ध रहेगा। ज्ञातव्य हो, कि 15 मई को एक समाचार पत्र में जीरन तालाब से संबंधित प्रकाशित समाचार में गहरे गढ्ढे करने से बांध की सुरक्षा को खतरा होने का अंदेशा व्यक्त किया गया था, इस पर जल संसाधन कार्यपालन यंत्री श्री विमल श्रीवास्तव ने उक्त वस्तुस्थिति स्पष्ट करते हुए बांध को सुरक्षित बताया है और गहरीकरण से बांध की जल भराव क्षमता में वृद्धि होने की बात कही है।