नीमच में दस्तक सह स्टॉप डायरिया अभियान की जिला टास्क बैठक सम्पन्न
नीमच 10 जुलाई 2025, जन्म से लेकर 5 वर्ष तक के बच्चों की बीमारियों की पहचान एवं त्वरित उपचार व
रैफर सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश भर में दस्तक सह स्टाप डायरिया अभियान का प्रथम चरण 22 जुलाई से
16 सितंबर तक आयोजित किया जायेगा। अभियान के सफल आयोजन हेतु जिला टास्क फोर्स की बैठक
कलेक्टर श्री हिमांशु चन्द्रा की अध्यक्षता मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में आयोजित की गई।
बैठक में कलेक्टर श्री हिमांशु चन्द्रा ने निर्देश दिए, कि दस्तक अभियान की पंचायत एवं ग्रामवार कार्य
योजना तैयार करें। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि ब्लाक स्तर पर अनुविभागीय अधिकारी की अध्यक्षता में ब्लाक
टास्क फोर्स का आयोजित कर सभी विभागों को उनकी जिम्मेदारी से अवगत करावे। कलेक्टर श्री चन्द्रा ने
निर्देशित किया, कि अभियान का व्यापक प्रचार प्रसार करे तथा अभियान के सफल आयोजन में महिला एवं
बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, आदिम जाति कल्याण विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी
विभाग के समन्वय से कार्य करें। इस अभियान की नियमित समीक्षा समय सीमा की बैठक में की जावेगी।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.आर.के.खद्योत ने बताया, कि डायरिया बीमारी से
बढ़ती शिशु मृत्यु दर को ध्यान में रखते हुए यह स्टॉप डायरिया कैम्पेन सह दस्तक अभियान प्रारंभ किया जा
रहा है। इस अभियान में ओ.आर.एस.उपयोग से डायरिया की रोकथाम, विटामीन ए अनुपूरण, साफ-सफाई
पोषण परामर्श सेवाए प्रदाय की जावेगी।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.बी.एल.सिसोदिया ने बताया, कि दस्तक अभियान सह स्टाप डायरिया
अभियान में 5 वर्ष से कम उम्र के गंभीर कुपोषित बच्चों की सक्रिय पहचान, त्वरित प्रबंधन एवं आवश्यकता
अनुसार रेफरल, एचबीएनसी तथा एचबीवायसी की तर्ज पर उच्च जोखिम वाले नवजात एवं शिशुओं का
चिन्हांकन एवं रेफरल किया जावेगा। 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों में डिजिटल हेमोग्लोबिनोमीटर द्वारा
एनीमिया की जांच तथा प्रोटोकॉल आधारित प्रबंधन 9 माह से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को आयु अनुरुप
विटामिन ए अनुपूरण 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में शैशव एवं बाल्यकालीन निमोनिया व डायरिया की त्वरित
पहचान, प्रबंधन एवं रेफरल, 5 वर्ष से कम उस के बच्चों में बाल्यकालीन दस्त रोग नियंत्रण हेतु समस्त बच्चों
को ओ.आर.एस. एवं जिंक टेबलेट प्रदायगी तथा इसके उपयोग हेतु सामुदायिक जागरुकता में बढ़ावा करना,
समुदाय को समुचित शिशु एवं बाल आहार पूर्ति संबंधी समझाईश देने संबन्धी गतिविधी की जावेगी। अभियान
के दौरान आशा कार्यकर्ता द्वारा ओ.आर.एस.पैकेट व जिंक टेबलेट का वितरण किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास के संयुक्त दल जिसमें की एन.एन.एम., आशा एवं आंगनवाड़ी
कार्यकर्ताओं द्वारा 5 वर्ष तक के बच्चों को आगंनवाड़ी केन्द्रों व स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्वास्थ्य एवं पोषण
सेवाओं के माध्यम से बच्चों में पाई जाने वाली बीमारियों की सक्रिय पहचान एवं उचित प्रबंधन किया जाएगा।
बैठक में, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुश्री अंकिता पंड्या, कार्यपालन यंत्री पी.एच.ई.सिविल सर्जन डॉ.महेन्द्र
पाटिल सहित अन्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।